Thought Puree

ज़िन्दगी

Hindi poem

ज़िन्दगी खूबसूरत है
सुनसान बियाबान रास्तों पर
भीड़ भरे चौराहों पर भी
मंदिर की आरती में भी
राशन की कतारों में भी
रेगिस्तान की सूखी रेत में
पहाड़ों की चुभती गलन में भी
तालाब किनारे मछलियों संग
पत्तियां चुनते बागानों में
मज़दूर के पसीने में
देर रात जलते चूल्हों में
पालने में पलते दीपक में
सिग्नल पर झंडा बेचती रोशनी में
ज़िन्दगी खूबसूरत है
हर उस जगह, जहां
जीवन चलायमान है
हर स्थिति में
हर परिस्थिति में।

‘This post is a part of Blogchatter Half Marathon.’ The hyperlink will be: https://www.theblogchatter.com/

(Image: Unsplash)

Exit mobile version