अपना कोई कोना
July 31, 2020
जीवन की आपाधापी, मन के भीतर का कोलाहल अंत: में पड़ी कुछ सिलवटें, यादों की उलझी गिरहें समय की गठरी में लिपटे कुछ दर्द पुराने कुछ कहानियां कुछ किस्से अनसुने मनमाने पूरा पुलिंदा लेकर बैठी…
जीवन की आपाधापी, मन के भीतर का कोलाहल अंत: में पड़ी कुछ सिलवटें, यादों की उलझी गिरहें समय की गठरी में लिपटे कुछ दर्द पुराने कुछ कहानियां कुछ किस्से अनसुने मनमाने पूरा पुलिंदा लेकर बैठी…