KavitaPoetry सरहदAugust 27, 2020खींच लकीरें धरा के वक्ष पर, बाँध दीं हमने सीमायें ‘ये तेरा’ ‘ये मेरा’ के व्यूह में, बिखरी कोमल भावनाएं बंटी ज़मीं, गाँव, चौपाल, पर कैसे बाँटें मन के धागे सुख दुख के साथी संगी,… Read more