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बचपन सुहाना

बचपन के दिन कितने सुहाने और मनभावन होते हैं, बचपन को जितनी खूबसूरती से जिया जा सकता है जीना चाहिए, क्यूंकि बचपन दोबारा लौट कर नहीं आता। “मम्मी आज बाल दिवस है, बच्चों का दिन.जब…

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KavitaPoetry

उम्मीद

जब तूफानों में कश्ती कोई कहीं डगमगाती है उठती लहरों से बचने की तरकीब नज़र नहीं आती है तब छोर पे जलती लौ, व्याकुल नाविक का धैर्य बंधाती है और एक छोटी सी उम्मीद, उसे…
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A Stubborn Yellow Flower

A seed slept curled in Earth’s womb, Hoping to see the light, But the womb, parched and barren, Was wallowing in its plight. Then the seed felt an awakening, It’s flickering hope shone bright, A…
Short StoriesStories

Present In The Present

Hello, here, I’m here, perched on the wooden frame, yes. Okay, you got me. Welcome to the Guptas’ living room. I’m the oldest member of this family. They call me Grandfather’s clock but I actually…
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प्रकृति

पानी की लाइन में खड़ी औरतें बतिया रही थीं| “हमारी किस्मत में तो बस ये लाइनें ही लिखी हैं|” “अरे क्या हुआ रधिया|” उषा उसके थोड़ा पीछे लाइन में सर पर साड़ी का पल्ला किये खड़ी थी|…
Short StoriesStories

दादी की डायरी

विन्नी झुंझलाती हुई स्कूल से आयी और बैग सोफे पर पटक दिया। “अरे क्या हुआ विन्नी?” उसे देख दादी ने कहा। “दादी मैथ का ढेर सारा होमवर्क मिला है आज। मम्मी पापा ऑफिस के टूर पर हैं…

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पच्चीस दिन पच्चीस कविताएं

Day 1    समय आसमान धुला, नीला, धूप में खिला खिला रुई के मुलायम फुग्गे जैसे बादलों से खेलता वो समय याद हो आया, जब माँ सफेद यूनिफार्म नील लगाकर धूप में सुखाती थी लगा जैसे…
Travel Tales

Reflection Post

A mommy to two kids, I shifted back to India from UAE recently. Life took a turn, as it does most unexpectedly. Earlier, the action-packed workdays, busy evenings, school calendars, grocery shopping, outings and chores…